Sona Chandi Bhav : जयपुर के सर्राफा बाजार में सोमवार, 8 अप्रैल को सोने और चांदी के भावों में हलचल देखने को मिली। जहां एक ओर शुद्ध सोने की कीमत में ₹300 की गिरावट आई, वहीं चांदी के दाम में ₹500 की तेजी देखने को मिली है।
आज बाजार में 24 कैरेट (शुद्ध) सोना ₹91,100 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो बीते दिन की तुलना में ₹300 कम है। इसके अलावा 22 कैरेट (जेवराती) सोने की कीमत ₹84,900 प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो पहले ₹85,200 थी।
वहीं अगर चांदी की बात करें तो बीते तीन दिनों में भारी गिरावट के बाद आज चांदी ₹91,500 प्रति किलो हो गई है, जिसमें ₹500 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे पहले लगातार तीन दिनों तक इसमें ₹10,000 से ज्यादा की गिरावट आई थी।
गिरावट के बाद थोड़ी राहत Sona Chandi Bhav
पिछले कुछ दिनों में सोने और चांदी दोनों में रिकॉर्ड स्तर की गिरावट देखी गई थी। चांदी तो ₹1,00,000 प्रति किलो के आंकड़े को भी पार कर गई थी, लेकिन फिर बाजार में भारी बिकवाली और कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
तीन दिन में चांदी की कीमत में ₹10,000 से ज्यादा की गिरावट ने निवेशकों और ग्राहकों को चौंका दिया था। ऐसे में आज की हल्की तेजी को बाजार जानकार “स्वाभाविक सुधार” मान रहे हैं, जो भारी गिरावट के बाद बाजार में अक्सर देखने को मिलता है।
मांग में गिरावट
जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कंपनी और स्थानीय ज्वैलर्स के अनुसार, इन दिनों बाजार में मलमास (अधमास) चल रहा है, जिसके कारण शादी-विवाह और शुभ कार्यों पर रोक लगी हुई है। इसका सीधा असर गहनों की बिक्री पर पड़ा है।
जाने-माने ज्वैलर पूरणमल सोनी का कहना है कि इस सीजन गहनों की मांग पिछले सालों के मुकाबले काफी कम रही है। उन्होंने बताया कि “अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता, डॉलर की मजबूती और मलमास जैसे धार्मिक कारणों की वजह से खरीदारों ने खरीदारी में रुचि नहीं दिखाई।”
महंगे सोने के कारण चांदी बनी पहली पसंद
पिछले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों में तेज़ी आई थी, जिसके चलते कई ग्राहकों ने चांदी को ऑप्शन के रूप में चुना। यही वजह रही कि चांदी की कीमत ₹1 लाख प्रति किलो से ऊपर पहुंच गई थी।
लेकिन जैसे-जैसे बाजार में हलचल बढ़ी, चांदी की कीमतों में भी गिरावट आनी शुरू हुई। हालांकि चांदी की चमक अभी भी बरकरार है और शादी-ब्याह के सीजन में लोग हल्के चांदी के गहनों और आइटम्स की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।
सोने-चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
यह समझना जरूरी है कि रोज़ाना की कीमतें केवल देश के अंदरुनी बाजार से तय नहीं होतीं। अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर की स्थिति, कच्चे तेल की कीमत, ब्याज दरें, केंद्र बैंक की नीतियां और स्थानीय मांग-आपूर्ति जैसे कई कारण मिलकर सोने-चांदी की कीमतों को तय करते हैं।
जयपुर जैसे बड़े शहरों में सर्राफा बाजार वैश्विक ट्रेंड्स को फॉलो करता है और ज्वैलर्स उसी के मुताबिक अपने दाम तय करते हैं। मलमास जैसे धार्मिक कारण भी समय-समय पर भावों को प्रभावित करते हैं।