Electricity Connections: हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में खेतों या गांव से दूर डेरों और ढाणियों में रहने वाले लोगों के लिए एक बहुत अच्छी खबर सामने आई है. प्रदेश सरकार ने एक नई योजना शुरू की है. जिसके तहत अब इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी 24 घंटे बिजली की सुविधा मिलेगी. यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो गांव से थोड़ी दूरी पर अपने खेतों में या डेरों में रहते हैं और अब तक बिजली की नियमित आपूर्ति से वंचित थे.
बिजली निगमों को दिए गए निर्देश
हरियाणा सरकार के निर्देशों पर अब बिजली वितरण निगम (UHBVN और DHBVN) ग्रामीण क्षेत्रों के बाहर बसे डेरों और ढाणियों तक बिजली पहुंचाने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं. इसके तहत गांव की फिरनी (बाहरी परिधि) से 3 किलोमीटर के दायरे में आने वाले डेरों को बिजली कनैक्शन दिए जा रहे हैं. यह कनैक्शन नजदीकी बिजली फीडर से जोड़े जाएंगे ताकि 24 घंटे बिजली आपूर्ति संभव हो सके.
कम खर्चे में मिलेगा नया बिजली कनैक्शन
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि जिन डेरों की दूरी गांव की फिरनी से 300 मीटर तक है. वहां पर रहने वालों को सिर्फ सर्विस कनैक्शन चार्ज देना होगा. इसके अलावा बाकी खर्च निगम खुद उठाएगा. यह फैसला उन उपभोक्ताओं के लिए राहत भरा है जो लंबे समय से बिजली की सुविधा न होने के कारण परेशान थे.
300 मीटर से ज्यादा दूरी पर खर्च का बंटवारा
अगर किसी डेरा या ढाणी की दूरी गांव की फिरनी से 300 मीटर से अधिक है, तो वहां बिजली लाइन बिछाने के लिए एलटी (Low Tension) या एचटी (High Tension) लाइन की जरूरत होगी. इस स्थिति में उपभोक्ता को कुल लागत का 50 प्रतिशत देना होगा. जबकि बाकी खर्च निगम वहन करेगा. इससे बिजली कनैक्शन की लागत पहले की तुलना में काफी कम हो जाएगी.
खेती से जुड़े लोगों के लिए है यह योजना फायदेमंद
ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से किसान अपने खेतों के पास डेरा या ढाणी बनाकर रहते हैं ताकि खेती से जुड़े कामों पर नजर रख सकें. ऐसे में बिजली की सुविधा न होने से उन्हें रात के समय काफी परेशानी होती थी. इस योजना के आने के बाद अब किसान न सिर्फ खेतों में ही आराम से रह सकेंगे, बल्कि सिंचाई, लाइट और अन्य घरेलू कामों के लिए भी बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगे.
शिफ्टिंग का भी मिलेगा लाभ, कम होगा खर्चा
जो डेरा या ढाणी पहले कृषि फीडर से बिजली ले रहे थे और अब गांव के घरेलू फीडर से बिजली लेना चाहते हैं. उनके लिए भी एक और राहत की खबर है. अगर वे शिफ्ट होना चाहते हैं तो उन्हें शिफ्टिंग का चार्ज भरना होगा. लेकिन ट्रांसफार्मर की लागत पूरी तरह से बिजली निगम द्वारा वहन की जाएगी. यानी उपभोक्ताओं पर कम आर्थिक बोझ पड़ेगा और उन्हें बेहतर और स्थायी बिजली सेवा मिलेगी.
पुराने खंभों और अस्थायी ढांचे होंगे बदलें
जहां अब तक बिजली लकड़ी के खंभों या अस्थायी ढांचों से दी जा रही थी. वहां अब पक्के और मजबूत खंभे लगाए जाएंगे. यह काम भी निगम अपनी लागत पर करेगा. इससे न केवल बिजली आपूर्ति सुरक्षित होगी. बल्कि बारिश, तूफान या अन्य आपदाओं में बिजली सेवा बाधित होने की संभावना भी कम हो जाएगी.
डेरा/ढाणी बिजली योजना से होंगे कई फायदे
इस योजना से न केवल बिजली सुविधा बेहतर होगी. बल्कि ग्रामीणों का जीवन स्तर भी सुधरेगा. बच्चों की पढ़ाई से लेकर घरेलू उपकरणों के उपयोग तक, हर कार्य में बिजली की जरूरत होती है. वहीं दूसरी ओर, खेती-किसानी के कार्यों के लिए भी बिजली बहुत जरूरी है. खासकर मोटर चलाने या रात के समय खेतों में निगरानी के लिए.
सरकार का लक्ष्य – हर व्यक्ति तक पहुंचे मूलभूत सुविधाएं
हरियाणा सरकार की यह पहल दर्शाती है कि वह राज्य के हर व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए गंभीर है. बिजली एक ऐसा साधन है जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और खेती के क्षेत्र में सुधार लाया जा सकता है. खासकर उन लोगों के लिए जो गांव से बाहर बसे हुए हैं और अब तक कई सरकारी योजनाओं से वंचित रहे हैं.
कैसे लें योजना का लाभ? जानिए प्रक्रिया
यदि आप भी गांव से 3 किलोमीटर के दायरे में किसी ढाणी या डेरा में रहते हैं और बिजली कनैक्शन लेना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी बिजली कार्यालय में आवेदन करें. आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, निवास प्रमाणपत्र और भूमि से संबंधित जानकारी भी देना जरूरी है. अधिकारियों द्वारा सर्वेक्षण के बाद आपको योजना का लाभ दिया जाएगा.