Gold Silver Price: लखनऊ के सर्राफा बाजार में गुरुवार, 25 अप्रैल 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई। 24 कैरेट सोना ₹1,01,000 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि चांदी का भाव ₹99,850 प्रति किलो दर्ज किया गया है। शादी सीजन की बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजार में आर्थिक अनिश्चितता इसके मुख्य कारण बताए जा रहे हैं।
आज के ताजा सोने-चांदी के रेट
सर्राफा एसोसिएशन लखनऊ के अनुसार, आज के प्रमुख रेट इस प्रकार हैं:
| धातु | कैरेट | रेट (₹/10 ग्राम) |
| सोना | 24K | ₹1,01,000 |
| सोना | 22K | ₹99,100 |
| सोना | 18K | ₹89,600 |
| चांदी | — | ₹99,850 (प्रति किलो) |
ध्यान दें: यह रेट सिर्फ रिटेल ग्राहकों के लिए है और इसमें GST, मेकिंग चार्ज और हॉलमार्किंग शुल्क शामिल नहीं हैं।
वैश्विक बाजार में हलचल का असर
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर डॉलर में कमजोरी, ब्याज दरों में बदलाव की आशंका और आर्थिक अस्थिरता ने निवेशकों को फिर से सोने और चांदी की ओर मोड़ा है। ऐसे समय में सोना हमेशा एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे इसकी मांग में लगातार इजाफा हो रहा है।
शादी सीजन से बढ़ी स्थानीय मांग
भारत में शादी-ब्याह के मौसम में सोने और चांदी की खरीदारी परंपरागत रूप से बढ़ जाती है। लखनऊ के सर्राफा बाजार में भी यही रुझान देखने को मिल रहा है। स्थानीय व्यापारी बता रहे हैं कि खरीदारों की भीड़ पिछले कुछ दिनों से बाजार में लगातार बनी हुई है, जिससे कीमतों को और सपोर्ट मिल रहा है।
विशेषज्ञों की राय कीमतें और बढ़ सकती हैं
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य विनोद माहेश्वरी ने बताया कि, “शादी सीजन और वैश्विक बाजार के संकेतों को देखते हुए आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में मांग काफी मजबूत बनी हुई है और निवेशकों के साथ-साथ आम ग्राहक भी खरीदारी कर रहे हैं।
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी सलाह
यदि आप सोना या चांदी खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें:
- हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें। इससे शुद्धता की गारंटी मिलती है।
- रेट की तुलना स्थानीय कई दुकानों से करें ताकि सही दाम पर खरीदारी हो।
- बिल (चालान) अवश्य लें, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार के विवाद से बचा जा सके।
- बड़े निवेश से पहले वर्तमान बाजार विश्लेषण जरूर करें।
100 वर्षों में सोने के भाव में ऐतिहासिक वृद्धि
अगर सोने की कीमतों के ऐतिहासिक आंकड़ों पर नजर डालें तो साफ पता चलता है कि 1925 में जहां 10 ग्राम सोने का भाव मात्र ₹18.75 रुपये था, वहीं 2025 में यह बढ़कर ₹97,000 से ₹1,01,000 तक पहुंच गया है। यह आंकड़े बताते हैं कि सोना लंबे समय तक चलने वाले निवेश के लिए एक मजबूत विकल्प रहा है।
कुछ प्रमुख सालों के रेट:
- 1925: ₹18.75
- 1970: ₹184
- 1990: ₹3200
- 2010: ₹18,500
- 2020: ₹48,480
- 2025: ₹97,000+
यह बढ़ोतरी सोने की स्थिरता और विश्वसनीयता को दर्शाती है, खासकर वैश्विक आर्थिक संकटों के दौरान।
क्यों बढ़ती है सोने की कीमत ?
- आर्थिक अनिश्चितता: जब बाजार अस्थिर होता है, निवेशक सोने में सुरक्षित निवेश मानते हैं।
- डॉलर की कमजोरी: डॉलर के गिरने पर सोना महंगा होता है क्योंकि इसकी कीमत डॉलर में तय होती है।
- मांग और आपूर्ति: शादी-ब्याह के सीजन और त्योहारों में सोने की मांग बढ़ती है, जिससे रेट ऊपर जाते हैं।
- ब्याज दरें: जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो निवेशक सोने में अधिक पैसा लगाते हैं।
- भूराजनैतिक तनाव: युद्ध, राजनीतिक संकट जैसे हालातों में भी सोने का रुझान बढ़ता है।
चांदी भी लगातार ऊंचाई पर
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर के पास बनी हुई हैं। ₹99,850 प्रति किलो का भाव इस बात का संकेत है कि चांदी भी अब निवेशकों के पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उद्योगों में बढ़ती मांग भी चांदी के दाम को समर्थन दे रही है।
निवेश के लिहाज से महत्वपूर्ण समय
लखनऊ के सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की मौजूदा तेजी यह दिखाती है कि बाजार में कीमती धातुओं में निवेश का समय मजबूत बना हुआ है। चाहे शादी-ब्याह के लिए खरीदारी हो या दीर्घकालिक निवेश की योजना, यह समय खरीदारी के लिहाज से महत्वपूर्ण हो सकता है। हालांकि, भाव में तेजी के चलते सावधानीपूर्वक और सही जानकारी के साथ निवेश करना बेहद जरूरी है।