Gold Silver Price : देशभर में सोने की कीमतों में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट दर्ज की गई है। बीते सात दिनों में 24 कैरेट गोल्ड 3,330 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 3,050 रुपये कम हो गई है। यह गिरावट निवेशकों के लिए खरीद का अच्छा अवसर हो सकता है।
दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹97,570 प्रति 10 ग्राम
राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 97,570 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम है। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब त्योहारी सीजन धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है।
हैदराबाद और दक्षिण भारत में क्या हैं रेट?
हैदराबाद में 22 कैरेट सोना 89,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर मिल रहा है, जबकि 24 कैरेट का रेट 97,420 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इसी तरह अन्य दक्षिणी राज्यों में भी कीमतों में नरमी देखी गई है।
भोपाल और अहमदाबाद में भी दाम नीचे
भोपाल और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में 22 कैरेट गोल्ड का रेट 89,350 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं 24 कैरेट सोना 97,470 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है। यह गिरावट ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ा सकती है।
चांदी भी 2200 रुपये हुई सस्ती
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। बीते सप्ताह में चांदी 2,200 रुपये प्रति किलोग्राम सस्ती हुई है। 29 जून को चांदी का भाव 1,07,800 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया।
क्या चांदी ₹1.30 लाख तक जा सकती है?
Kedia Fincorp के अनुमान के मुताबिक, आने वाले समय में चांदी की कीमत 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। इस अनुमान के पीछे तीन प्रमुख वजहें बताई गई हैं:
- चीन द्वारा रेयर-अर्थ मैग्नेट्स के निर्यात पर रोक लगाना।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) में चांदी की बढ़ती मांग।
- लगातार पांचवें साल वैश्विक आपूर्ति में कमी।
इन वजहों से विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतों में भविष्य में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।
निवेशकों के लिए मौका या इंतजार?
सोने और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों को दुविधा में डाल दिया है—क्या यह खरीदारी का मौका है या आगे और गिरावट का इंतजार करना चाहिए? विशेषज्ञों का सुझाव है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक उपयुक्त समय हो सकता है, खासकर जब बाजार अनिश्चितताओं से जूझ रहा है।
आगे क्या रुख लेगा बाजार?
कमोडिटी विश्लेषकों के मुताबिक, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर मजबूत होता है तो सोने-चांदी की कीमतों पर और दबाव बन सकता है। लेकिन अगर भू-राजनीतिक तनाव या आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक फिर से सोने-चांदी की ओर रुख कर सकते हैं, जिससे कीमतों में तेजी आ सकती है।