Public Holiday: पंजाब सरकार ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर 14 अप्रैल 2025 (सोमवार) को राज्यभर में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है. यह निर्णय राज्य सरकार की ओर से जारी आधिकारिक पत्र के जरिए लिया गया है. जिसमें सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को इस छुट्टी की जानकारी दी गई है. इस अवकाश की घोषणा नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट 1881 की धारा 25 के अंतर्गत की गई है. जिससे यह एक गजटेड छुट्टी मानी जाएगी.
क्यों मनाई जाती है डॉ. अंबेडकर जयंती?
14 अप्रैल को भारत के संविधान निर्माता और महान समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पूरे देशभर में मनाई जाती है.
- डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था.
- उन्होंने दलितों, पिछड़े वर्गों और महिलाओं के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया.
- भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही है.
- इस दिन को यादगार बनाने के लिए पूरे देश में विविध कार्यक्रम होते हैं और सरकारी स्तर पर भी श्रद्धांजलि दी जाती है.
छुट्टी से जुड़ा आधिकारिक पत्र जारी
पंजाब सरकार ने इस सार्वजनिक अवकाश की घोषणा को लेकर एक आधिकारिक पत्र भी जारी किया है. इस पत्र की एक प्रति राज्य के सभी
- विशेष मुख्य सचिवों,
- अतिरिक्त मुख्य सचिवों,
- आयुक्तों,
- प्रधान सचिवों,
- प्रशासनिक सचिवों,
को भेज दी गई है.
इस पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि 14 अप्रैल को सभी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे और यह छुट्टी पूरी तरह से वैध व मान्य होगी.
किन-किन स्थानों पर रहेगा अवकाश?
सरकार की घोषणा के अनुसार इस सार्वजनिक अवकाश में राज्य के निम्नलिखित संस्थान बंद रहेंगे:
- सभी सरकारी कार्यालय
- राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज
- नगर निगम और पंचायत कार्यालय
- राज्य के अंतर्गत आने वाले बोर्ड और आयोग
यह अवकाश केवल सरकारी संस्थानों तक सीमित नहीं है. बल्कि कई निजी संस्थाएं भी इसे मान्यता देते हुए छुट्टी दे सकती हैं.
बाबा साहेब के विचारों को सम्मान देने का दिन
14 अप्रैल को अवकाश घोषित करने का उद्देश्य केवल छुट्टी देना नहीं है. बल्कि यह दिन डॉ. अंबेडकर के विचारों, आदर्शों और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए भी है.
- बाबा साहेब ने शिक्षा, समानता और सामाजिक न्याय की दिशा में जो काम किया वो आज भी प्रेरणादायक है.
- इस दिन लोग उनके विचारों को आत्मसात करने का प्रयास करते हैं और समाज में समरसता और समानता का संदेश फैलाते हैं.
राज्यभर में होंगे श्रद्धांजलि और जागरूकता कार्यक्रम
हर साल की तरह इस बार भी पंजाब सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
- स्कूलों और कॉलेजों में भाषण, निबंध लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां आयोजित होती हैं.
- विभिन्न सरकारी भवनों में झंडारोहण और अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा.
- साथ ही कई सामाजिक संस्थाएं जागरूकता रैलियां और सेमिनार का आयोजन करती हैं.
छुट्टी के दिन जनता को क्या करना चाहिए?
अवकाश का उपयोग केवल आराम के लिए नहीं. बल्कि सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है.
- लोग डॉ. अंबेडकर के जीवन और कार्यों के बारे में पढ़ सकते हैं.
- बच्चे और युवा उनके संघर्षों से प्रेरणा ले सकते हैं.
- टीवी और सोशल मीडिया के जरिए उनके भाषण और विचारों को सुनना-समझना भी लाभकारी होगा.
- यह दिन एक ऐसा अवसर है जब हम अपने संविधान और अधिकारों की महत्ता को समझ सकते हैं.
अन्य राज्यों में भी हो सकती है छुट्टी की घोषणा
- पंजाब के अलावा देश के कई अन्य राज्य भी 14 अप्रैल को डॉ. अंबेडकर जयंती के मौके पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करते हैं.
- ऐसे में जिन राज्यों में अब तक घोषणा नहीं हुई है. वहां भी जल्द ही अवकाश की सूचना आ सकती है.
- महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों में हर साल यह छुट्टी दी जाती है.
- केंद्र सरकार द्वारा भी इस दिन कुछ केंद्रीय संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की जाती है.