UP Weather Alert: पश्चिमी विक्षोभ के कुछ असर के बावजूद, दिन और रात दोनों का तापमान तेजी से बढ़ रहा है. पिछले 72 घंटों में तापमान करीब 40 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे प्रदेशवासियों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. अब मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार से प्रदेश के कई हिस्सों में लू (हीटवेव) चल सकती है.
बादल आए पर बरसे नहीं, उमस से बेहाल रहे लोग
प्री-मानसून गतिविधियां इस साल ज्यादा सक्रिय रही हैं जिससे विक्षोभों और परिसंचरण का सिलसिला जारी है. शनिवार को भी बादलों की आवाजाही बनी रही, लेकिन अधिकांश जगहों पर बारिश नहीं हुई. इस दौरान तेज धूप और हवा में नमी के कारण लोगों को तीव्र उमस का सामना करना पड़ा.
हीटवेव की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस और दिन का पारा 39.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 25.8 से 27.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. हवा की स्पीड धीमी पड़ने से भी गर्मी का असर और ज्यादा महसूस हुआ.
अगले 48 घंटों में और बढ़ेगा तापमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेताया है कि राज्य के पश्चिमी से पूर्वी हिस्सों में कुछ जगहों पर आंधी और बारिश की संभावना जरूर बनी रहेगी लेकिन बाकी इलाकों में तापमान में भारी उछाल देखने को मिलेगा. अगले 24 घंटे में तापमान 43 डिग्री तक पहुंच सकता है और इस सप्ताह के अंत तक यह 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है.
प्रदेश के कई हिस्सों में हीटवेव की शुरुआत तय
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस सप्ताह हीटवेव की स्थिति बनने लगेगी. शुष्क मौसम की स्थिति अब तेजी से मजबूत हो रही है, और यदि कोई नया पश्चिमी विक्षोभ नहीं आता, तो तापमान में लगातार बढ़ोतरी जारी रहेगी.
अभी और रहेगा उमस का असर
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का हल्का असर बना रहेगा,
लेकिन जैसे ही वातावरण से नमी खत्म होगी, शुष्क और गर्म हवाओं का दौर शुरू हो जाएगा.
अगले 24 से 48 घंटे तक उमस बनी रह सकती है, लेकिन इसके बाद भीषण गर्मी अपना असर दिखाएगी.
राहत की उम्मीद नहीं, सतर्क रहें
राज्य में गर्मी और हीटवेव के इस खतरनाक दौर को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. धूप में बाहर निकलने से बचें, अधिक पानी पिएं और जरूरी न हो तो दोपहर के समय बाहर न निकलें. अगले कुछ दिन शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ा सकते हैं, इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है.