Car Tyre Pressure: गर्मी का मौसम आते ही हमारी दिनचर्या के साथ-साथ गाड़ी की देखभाल की जरूरतें भी बदल जाती हैं. इस मौसम में तेज धूप, गर्म सड़कें और बढ़ा हुआ तापमान न सिर्फ शरीर पर असर डालता है. बल्कि आपकी गाड़ी पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है. खासतौर पर गाड़ी के टायर इस गर्मी में सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. यदि टायर की सही देखभाल नहीं की गई, तो टायर फटने या सड़क हादसे का खतरा बढ़ जाता है. आज हम आपको बताएंगे गर्मी के मौसम में टायर की देखभाल के आसान और ज़रूरी टिप्स.
गर्मी में टायर प्रेशर चेक करना है सबसे ज़रूरी
गर्मी में जैसे ही तापमान बढ़ता है. वैसे ही टायरों के अंदर की हवा फैलने लगती है. जिससे टायर का दबाव बढ़ जाता है.
- ज्यादा प्रेशर होने से टायर फट सकता है या उसकी ग्रिप कमजोर हो सकती है.
- सामान्यत: गर्मियों में टायर का प्रेशर 28 से 34 psi के बीच होना चाहिए. लेकिन यह आपकी गाड़ी के मॉडल पर भी निर्भर करता है.
- हर 7 से 10 दिन में एक बार टायर प्रेशर चेक करवाना बेहद ज़रूरी है. खासकर जब आप लंबी यात्रा पर जा रहे हों.
ओवरलोडिंग से टायर पर पड़ता है अतिरिक्त दबाव
गर्मी के समय छुट्टियों का मौसम होता है और लोग अक्सर यात्रा पर निकलते हैं. ऐसे में वे गाड़ी में जरूरत से ज्यादा सामान भर लेते हैं, जिससे:
- टायर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है
- टायर जल्दी घिस जाते हैं
- माइलेज कम हो जाता है
- गाड़ी का संतुलन बिगड़ सकता है
इसलिए ध्यान रखें कि गाड़ी में सिर्फ जरूरी सामान ही रखें और ओवरलोडिंग से बचें. ताकि आपके टायर की उम्र लंबी बनी रहे.
साधारण हवा नहीं टायर में भरवाएं नाइट्रोजन
आजकल ज्यादातर ऑटो एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं कि गर्मी के मौसम में टायर में नाइट्रोजन गैस भरवाना बेहतर होता है. इसके फायदे:
- नाइट्रोजन तापमान के अनुसार ज्यादा फैलती या सिकुड़ती नहीं है
- इससे टायर का प्रेशर स्थिर बना रहता है
- टायर फटने की संभावना घटती है
- यह टायर की लाइफ भी बढ़ाती है
यदि आपके आसपास के पेट्रोल पंप या सर्विस सेंटर में नाइट्रोजन की सुविधा उपलब्ध है, तो अगली बार वही भरवाएं.
टायर अलाइंमेंट कराना न भूलें
गर्मी में लंबे ट्रिप्स प्लान होते हैं, और ऐसे में टायर अलाइंमेंट चेक कराना जरूरी हो जाता है.
- गलत अलाइंमेंट से गाड़ी एक तरफ झुक सकती है
- इससे टायर एक ओर से ज्यादा घिस सकते हैं
- फ्यूल एफिशिएंसी घटती है
- हैंडलिंग में दिक्कत होती है
साथ ही, यदि आगे के टायर ज्यादा घिस चुके हैं, तो उन्हें पीछे के टायरों से बदलवा लें. इससे टायरों का वियर और टियर बराबर होता है और सेफ ड्राइविंग का अनुभव मिलता है.
टायर की ग्रिप और कंडीशन पर रखें नजर
गर्मी के कारण सड़कें बहुत गरम हो जाती हैं और इसका सीधा असर टायर की ग्रिप पर पड़ता है.
- अगर टायर की ग्रिप कमजोर है तो ब्रेकिंग पर असर पड़ेगा
- टर्न लेते वक्त गाड़ी फिसल सकती है
- खासकर पुराने या ज्यादा घिसे टायर का तुरंत निरीक्षण कराएं
अगर टायर में कट, दरार या बहुत ज्यादा घिसावट नजर आए, तो उसे तुरंत बदलवा लें.
टायर घुमाव (Rotation) का रखें ध्यान
गाड़ी के टायरों को समय-समय पर रोटेट कराना भी बहुत ज़रूरी है.
- इससे सभी टायर बराबर घिसते हैं
- एकसमान पहनाव से टायर की उम्र बढ़ती है
- हर 10,000 किलोमीटर पर एक बार टायर रोटेशन करवाना अच्छा रहता है
यह आदत न सिर्फ टायर की लाइफ को बढ़ाती है बल्कि ड्राइविंग अनुभव को भी बेहतर बनाती है.
सफर से पहले टायर स्पेयर और टूल्स जरूर रखें साथ
गर्मी में यात्रा पर निकलने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपकी गाड़ी में:
- एक ठीक स्थिति में स्पेयर टायर (स्टेपनी) हो
- जैक, टूल किट और एयर पंप मौजूद हो
- आपात स्थिति में उपयोग के लिए टायर रिपेयर किट भी साथ रखें
यह छोटी-छोटी तैयारियां बड़ी समस्याओं से बचा सकती हैं.