AC Power Consumption: गर्मी की तपिश हो या उमस भरे दिन अब ज्यादातर घरों में एयर कंडीशनर (AC) आम बात हो गई है. खासकर जब तापमान 40 डिग्री के पार चला जाता है, तो एसी के बिना रहना मुश्किल हो जाता है. लेकिन एसी की ठंडक के साथ एक और चीज जो परेशान करती है. वो है हर महीने आने वाला भारी भरकम बिजली का बिल.
कई लोग यह सोचकर एसी खरीदते हैं कि एक बार खर्च कर देंगे और आराम मिलेगा. लेकिन जब हर महीने बिजली का खर्चा बढ़ता है तो उन्हें समझ नहीं आता कि गलती कहां हो रही है. ऐसे में जरूरी है कि हम समझें कि एसी कैसे काम करता है. उसकी बिजली खपत कितनी होती है और कैसे हम बिजली का बिल कम कर सकते हैं.
एसी खरीदने से पहले जानें बिजली खपत का गणित
हर एसी की बिजली खपत अलग-अलग होती है, जो उसकी टन क्षमता और स्टार रेटिंग पर निर्भर करती है. आमतौर पर 1.5 टन का एसी मिडियम साइज के कमरों के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. लेकिन बिजली की खपत समझने के लिए आपको इसकी तकनीकी जानकारी होना भी जरूरी है.
बिजली की खपत पर असर डालने वाले प्रमुख कारक:
- कमरे का आकार और इंसुलेशन
- एसी की स्टार रेटिंग
- बाहरी तापमान
- एसी के इस्तेमाल की अवधि
- मेंटेनेंस और फिल्टर की सफाई
स्टार रेटिंग का असर
स्टार रेटिंग एसी की बिजली बचाने की क्षमता को दर्शाती है. जितनी ज्यादा स्टार रेटिंग, उतनी कम बिजली की खपत.
- 1 स्टार एसी सबसे ज्यादा बिजली खपत करता है.
- 5 स्टार एसी बिजली बचाने के लिहाज से सबसे बेहतरीन होता है.
हालांकि 5 स्टार एसी थोड़े महंगे जरूर होते हैं. लेकिन लंबे समय में यह आपके हजारों रुपये बचाते हैं. इसलिए एसी खरीदते वक्त थोड़ी समझदारी से काम लें और केवल कीमत के आधार पर फैसला न करें.
1.5 टन के 5 स्टार एसी की बिजली खपत
अगर आप 5 स्टार रेटिंग वाला 1.5 टन एसी इस्तेमाल करते हैं तो उसकी औसतन बिजली खपत कुछ इस प्रकार होती है:
- प्रति घंटे खपत: 0.8 kWh (यानी 840 वाट)
- रात भर (8 घंटे) इस्तेमाल: 6.4 यूनिट
- प्रति यूनिट दर अगर ₹7.50 मानी जाए तो
- रोज़ का बिल: ₹48
- महीने का बिल: ₹1440 – ₹1500 (लगभग)
यह अनुमानित खर्च है और यह आपके कमरे के आकार, तापमान और एसी के इस्तेमाल के तौर-तरीकों पर भी निर्भर करता है.
1.5 टन 3 स्टार एसी की खपत और बिल का फर्क समझें
अगर आप 3 स्टार रेटिंग वाला 1.5 टन का एसी इस्तेमाल करते हैं तो इसकी खपत थोड़ी ज्यादा होगी:
- प्रति घंटे खपत: 1.10 kWh (यानी 1104 वाट)
- 8 घंटे इस्तेमाल: 8.8 – 9 यूनिट
- ₹7.50 प्रति यूनिट के हिसाब से
- रोज का बिल: ₹67.5
- महीने का बिल: ₹2000 – ₹2100 (लगभग)
यानी सिर्फ स्टार रेटिंग बदलने से ही आपको महीने में ₹500-600 तक की बचत हो सकती है.
बिजली का बिल कम करने के आसान और असरदार टिप्स
सही टन क्षमता का एसी चुनें
आपके कमरे के साइज के हिसाब से एसी की टन क्षमता तय करें.
- 100-150 स्क्वायर फीट: 1 टन एसी
- 150-250 स्क्वायर फीट: 1.5 टन एसी
- 250-400 स्क्वायर फीट: 2 टन एसी
गलत टन क्षमता वाला एसी ज्यादा बिजली खर्च करेगा और कूलिंग भी सही नहीं देगा.
टाइमर और सेन्सर मोड का करें इस्तेमाल
आजकल के एसी में टाइमर और स्मार्ट सेंसर मोड होते हैं. जिनका इस्तेमाल करके आप जरूरत के हिसाब से एसी को चालू और बंद कर सकते हैं.
टेम्परेचर 24-26 डिग्री पर सेट करें
एसी को 16-18 डिग्री पर चलाने से बिजली ज्यादा खर्च होती है. इसके बजाय 24-26 डिग्री पर चलाएं, जिससे ठंडक भी बनी रहेगी और बिजली भी बचेगी.
AC के फिल्टर की सफाई समय-समय पर करें
गंदे फिल्टर से एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. जिससे बिजली ज्यादा लगती है. हर 15 दिन में एक बार फिल्टर साफ करें.
कमरे की विंडो और दरवाजे बंद रखें
एसी चलाते समय कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें. जिससे ठंडी हवा बाहर न जाए और एसी कम समय में ठंडक दे.
बिजली बिल कम करने के लिए इन आदतों को अपनाएं
- स्मार्ट प्लग या ऐप से एसी को रिमोटली कंट्रोल करें.
- एसी के साथ पंखा चलाएं, इससे ठंडी हवा पूरे कमरे में फैलेगी और एसी को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
- जब कमरे में कोई न हो, तो एसी बंद कर दें.
- इन्वर्टर या सोलर सपोर्ट वाले एसी का इस्तेमाल करें.