Public Holiday: पंजाबवासियों के लिए अप्रैल माह का यह सप्ताह खुशियों की सौगात लेकर आया है. पंजाब सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर 14 अप्रैल 2025 (सोमवार) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. यह अवकाश नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट 1881 की धारा 25 के अंतर्गत घोषित किया गया है, जो पूरी तरह से मान्य और प्रभावी रहेगा.
तीन दिन की छुट्टी का मिला सुनहरा मौका
इस साल का 12 से 14 अप्रैल तक का वीकेंड खास बन गया है. क्योंकि तीनों दिन छुट्टियों की श्रंखला है:
- 12 अप्रैल (शनिवार): साप्ताहिक अवकाश
- 13 अप्रैल (रविवार): बैसाखी पर्व और साप्ताहिक अवकाश
- 14 अप्रैल (सोमवार): अंबेडकर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश
इस तरह आम लोगों को लगातार तीन दिन का विश्राम मिलेगा. जिससे लोग परिवार के साथ समय बिता पाएंगे और त्योहारों का भरपूर आनंद ले सकेंगे.
स्कूल-कॉलेज और दफ्तर रहेंगे बंद
सरकारी आदेश के अनुसार इस दौरान पंजाब के सभी:
- स्कूल और कॉलेज
- सरकारी कार्यालय
- बोर्ड्स और कॉर्पोरेशन्स
पूरी तरह से बंद रहेंगे. सरकार ने इस निर्णय की सूचना राज्य के मुख्य सचिवों और विभाग प्रमुखों को आधिकारिक पत्र के जरिए भेज दी है. इस कदम से लाखों छात्रों, शिक्षकों, सरकारी कर्मचारियों और अन्य कार्यरत लोगों को मानसिक और शारीरिक राहत मिलने वाली है.
बच्चों और परिवारों के लिए विशेष मौका
इस बार की छुट्टियां बच्चों के लिए और भी खास हैं. एक तरफ बैसाखी का पारंपरिक त्योहार, तो दूसरी ओर अंबेडकर जयंती का ऐतिहासिक महत्व — दोनों को धूमधाम से परिवार के साथ मनाने का शानदार अवसर मिल रहा है. लंबे समय के बाद बच्चों को तीन दिन की लगातार छुट्टी मिलना, ना केवल उन्हें पढ़ाई के दबाव से राहत देगा. बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रमों में भाग लेने का भी मौका देगा.
बैसाखी
13 अप्रैल को मनाई जाने वाली बैसाखी, पंजाब का एक प्रमुख फसल उत्सव है. जिसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यह दिन रबी की फसल की कटाई और खुशहाली के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.
गांवों और शहरों में गिद्दा और भांगड़ा, पारंपरिक पकवान, मेलों और झांकियों के साथ यह त्योहार सामूहिक उल्लास का प्रतीक बनता है.
अंबेडकर जयंती
14 अप्रैल को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है. जिन्होंने भारतीय संविधान की रचना में अहम भूमिका निभाई.
इस दिन विशेष रूप से:
- स्कूलों में भाषण प्रतियोगिताएं
- रैलियां और सेमिनार
- डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के आयोजन
की परंपरा रही है. ऐसे में इस दिन अवकाश घोषित होना. लोगों को इतिहास को जानने और सम्मान व्यक्त करने का मौका देता है.