School Holiday: उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार और शिक्षा विभाग ने स्कूलों के संचालन को लेकर बड़े फैसले लिए हैं. अब राज्य के सभी स्कूलों में 20 मई 2025 से समर वेकेशन शुरू कर दी जाएगी. इसके अलावा छात्रों की सुरक्षा को लेकर नए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिनका पालन सभी स्कूलों को करना अनिवार्य होगा.
हीटवेव के चलते बदला स्कूलों का समय
राज्य में तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच चुका है. इस ज्यादा तापमान और लू की स्थिति को देखते हुए सरकार ने पहले ही स्कूलों के संचालन समय में बदलाव किया था. अब सभी स्कूल सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक ही खुलेंगे. इस निर्णय से बच्चों को दोपहर की तेज धूप से राहत मिलेगी.
20 मई से बंद होंगे सभी स्कूल
उत्तर प्रदेश के लगभग सभी सरकारी व निजी स्कूलों को 20 मई से बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है. हालांकि स्कूल दोबारा कब खुलेंगे, इस पर फिलहाल स्पष्टता नहीं है. अनुमान है कि गर्मी की छुट्टियां जून के आखिरी हफ्ते या जुलाई के पहले सप्ताह में समाप्त हो सकती हैं. इस दौरान छात्रों को घर पर रहकर इनडोर गतिविधियों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है.
समर वेकेशन 2025 को लेकर शिक्षा विभाग का निर्देश
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने Summer Vacation 2025 को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत सभी स्कूलों को गर्मी के दौरान छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने को कहा गया है. साथ ही छुट्टियों तक स्कूलों में सावधानीपूर्वक संचालन के निर्देश भी दिए गए हैं.
स्कूलों में खेलकूद और असेंबली पर रोक
भीषण गर्मी के मद्देनज़र अब स्कूलों में सुबह 9 बजे के बाद किसी भी प्रकार की बाहरी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. प्रार्थना सभा अब छायादार स्थानों पर ही आयोजित की जाएगी. यह नियम प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों सहित सभी स्कूलों में लागू होंगे.
विद्यार्थियों को दिए जाएंगे गर्मी से बचाव के टिप्स
शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों में बच्चों को गर्मी से बचने के उपाय बताए जाएं. इसके तहत उन्हें सही समय पर पानी पीने, तेज धूप से बचने, हल्के कपड़े पहनने और ठंडी जगहों पर रहने की सलाह दी जाएगी. इस पहल का उद्देश्य छात्रों को हीट स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से सुरक्षित रखना है.
स्कूलों में अनिवार्य होगी साफ पानी और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था
सरकारी निर्देश के अनुसार, सभी स्कूलों को पीने के लिए स्वच्छ पानी, प्राथमिक उपचार किट, ओआरएस और आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करनी होगी. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्कूलों को पूरी तरह तैयार रहना होगा. यह व्यवस्था छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है.
वर्तमान हालात में बच्चों की सेहत को सर्वोपरि
उत्तर प्रदेश में तापमान लगातार बढ़ रहा है और हीटवेव का खतरा बना हुआ है. ऐसे में यह कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. सरकार की ओर से यह भी अपील की गई है कि अभिभावक बच्चों को छुट्टियों में अनावश्यक बाहर न निकलने दें और उन्हें घर पर रहकर पठन-पाठन व रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करें.