School Holiday: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पंजाब सरकार ने एहतियातन कदम उठाते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. यह फैसला सुरक्षा कारणों को देखते हुए लिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, 10 मई तक कई जिलों में शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
लुधियाना और अमृतसर में स्कूल-कॉलेज बंद
लुधियाना में 10 मई तक और अमृतसर में 11 मई तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का ऐलान किया गया है. यह निर्णय सुरक्षा एजेंसियों की सलाह के बाद लिया गया है, जो मौजूदा हालात को गंभीर मान रही हैं. प्रशासन ने यह भी कहा है कि हालात सामान्य होने तक किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
बठिंडा में 9 मई को बंद रहेंगे सभी स्कूल
बठिंडा जिले में भी 9 मई को स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. इस दिन जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. यह फैसला भी मौजूदा सुरक्षा हालात और आस-पास की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
क्यों लिया गया यह फैसला?
यह सारा घटनाक्रम 07-08 मई 2025 की रात के घटनाक्रम के बाद सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई.
हमले की कोशिश पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा और चंडीगढ़ जैसे संवेदनशील स्थानों पर की गई. हालाँकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभालते हुए किसी भी बड़े नुकसान को टाल दिया.
ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद सुरक्षा अलर्ट
पंजाब के विभिन्न हिस्सों में ड्रोन और मिसाइल हमले की आशंका के मद्देनज़र हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया विभागों की सक्रियता के बाद पंजाब के कई ज़िलों में एहतियात के तौर पर स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा है.
आम लोगों से सतर्क रहने की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करने और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनज़र घर पर ही रखने की सलाह दी गई है.
आगे की स्थिति पर नजर
पंजाब सरकार और केंद्र सरकार मौजूदा हालात पर बारीकी से नजर रख रही हैं. यदि आवश्यक हुआ तो अन्य ज़िलों में भी स्कूल-कॉलेज बंद किए जा सकते हैं. सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा रही हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.