Sona Chandi Bhav: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित देशभर में लगातार बढ़ रहे सोने के भाव ने शादी-विवाह और त्योहारों की तैयारियों में जुटे लोगों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर उन परिवारों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं जिन्होंने अब तक सोने की खरीदारी टाल रखी थी और अक्षय तृतीया या शादी से ठीक पहले खरीदारी करने की योजना बनाई थी। जिन लोगों ने पहले से एडवांस बुकिंग करा ली थी, उन्हें थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन जो अब बाज़ार की ओर रुख कर रहे हैं, उनके लिए सोने की मौजूदा कीमतें किसी झटके से कम नहीं।
लगातार बढ़ते भाव ने खड़ी की मुश्किल
इस अप्रैल महीने की शुरुआत में सोने की कीमतों में थोड़ी राहत जरूर मिली थी, लेकिन जैसे-जैसे अक्षय तृतीया (30 अप्रैल 2025) और शादी का मौसम नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सोने के दाम में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है।
- 1 अप्रैल 2025 को देहरादून में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹93,900 प्रति 10 ग्राम थी
- 23 अप्रैल 2025 को यह कीमत ₹1,02,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई
यानी केवल 22 दिनों में ही ₹8,100 की बढ़त ने आम ग्राहक के बजट को पूरी तरह से हिला दिया है।
शादी वाले घरों में बढ़ी टेंशन
विवाह के मौसम में आमतौर पर परिवार 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी बनवाते हैं। लेकिन इस बार:
- 22 कैरेट सोना ₹78,220 से बढ़कर ₹93,430 प्रति 10 ग्राम पहुंच चुका है
- 23 कैरेट सोना ₹89,960 से बढ़कर ₹97,720 तक चढ़ गया है
कई ग्राहक अब खरीदारी करने के बजाय दुकानों पर जाकर केवल पूछताछ कर रहे हैं कि क्या दाम फिर कभी कम होंगे?
“लोग पहले जितना सोना खरीदने की सोच रहे थे, अब उतना नहीं ले रहे। पहले 80 हजार की ज्वेलरी बनवाने की बात होती थी, अब लोग 50 हजार की ही बात कर रहे हैं।” – स्थानीय ज्वेलर
दून के 1100 ज्वेलर्स हुए सतर्क
देहरादून शहर में करीब 1100 छोटे-बड़े ज्वेलर्स हैं, जो अक्षय तृतीया और शादी सीजन को लेकर तैयारियों में जुटे हैं। लेकिन अब अचानक से सोने के दाम बढ़ने के कारण उन्हें भी अंदाजा है कि इस बार खरीदारों का रुझान कम हो सकता है।
दून सर्राफा मंडल के अनुसार:
- अप्रैल के पहले सप्ताह में गिरावट के बाद
- अब कीमतों में हर सप्ताह ₹2000–₹3000 की बढ़ोतरी हो रही है
- यह वृद्धि डॉलर की कमजोरी, अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता, और बढ़ती मांग के कारण हो रही है
चांदी के दाम में हल्की राहत
जहां सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है, वहीं चांदी की कीमतों में कुछ गिरावट दर्ज की गई है।
- 1 अप्रैल को चांदी ₹1,02,800 प्रति किलो थी
- अब यह घटकर ₹99,100 प्रति किलो हो गई है
इससे उन ग्राहकों को थोड़ी राहत मिली है जो चांदी की थाली, कटोरी या चांदी के सिक्के उपहार में देना चाहते हैं।
ज्वेलर्स की राय दाम और बढ़ सकते हैं
स्थानीय ज्वेलर्स का मानना है कि अक्षय तृतीया के आसपास सोने की मांग चरम पर पहुंचती है, और ऐसे में कीमतें और बढ़ सकती हैं।
- ज्वेलर्स का सुझाव है कि अगर खरीदारी करनी ही है, तो जल्द करें
- कई लोग ज्वेलरी बुकिंग कर रहे हैं ताकि बढ़ते दामों से बच सकें
किन कारकों से बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
सोने की कीमतों में उछाल के पीछे कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कारण जिम्मेदार हैं:
- अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन
- डॉलर इंडेक्स में गिरावट
- यूक्रेन-रूस तनाव का जारी रहना
- वैश्विक मंदी की आशंका
- अक्षय तृतीया और शादियों की भारी मांग
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
- अगर आप विवाह के लिए सोना खरीदना चाहते हैं तो फिक्स रेट पर बुकिंग करें
- EMI विकल्पों को देखें ताकि बजट पर सीधा असर न पड़े
- छोटे वजन की ज्वेलरी या हॉलमार्क सिक्कों की ओर रुख करें
- ज्वेलर्स से लेटेस्ट रेट और चार्जेस की पूरी जानकारी लें
महंगाई के इस दौर में प्लानिंग जरूरी
सोने के बढ़ते दाम ने आम परिवारों की जेब पर सीधा असर डाला है। खासकर शादी वाले घरों और त्योहारों की खरीदारी करने वालों को अब हर कदम सोच-समझकर उठाना होगा।
“शौक है सोने का, लेकिन होश में करना होगा सौदा।”
इस समय में सिर्फ दामों पर ध्यान देना काफी नहीं, गुणवत्ता, हॉलमार्किंग, और विश्वसनीयता को भी बराबर महत्व देना होगा।