Water In Liquor: भारत में शराब पीने वालों की संख्या लाखों में है. चाहे गांव हो या शहर, लगभग हर जगह आपको शराब की दुकान मिल ही जाएगी. हालांकि कुछ राज्यों जैसे बिहार, गुजरात और नागालैंड में शराबबंदी लागू है. वहीं धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री और सेवन पर रोक है. इसके बावजूद भारत में शराब का चलन बहुत आम है और लोग अपने शौक के लिए इसे खरीदते और पीते हैं.
स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है शराब
शराब पीना कई लोगों के लिए सामाजिक या निजी आनंद का हिस्सा बन चुका है. लेकिन यह बात हर किसी को पता होनी चाहिए कि शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसका ज्यादा सेवन किडनी, लीवर और ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है. डॉक्टर और विशेषज्ञ हमेशा कहते हैं कि अगर शराब पीनी भी है, तो बहुत सीमित मात्रा में और सोच-समझकर पीनी चाहिए.
व्हिस्की पीने वालों की संख्या ज्यादा
भारत में शराब की कई किस्में उपलब्ध हैं, लेकिन व्हिस्की सबसे ज्यादा पसंद की जाती है. यह मध्यम से उच्च वर्ग तक के लोगों की पहली पसंद होती है. कई लोग पार्टियों, खास मौकों या दोस्तों के साथ बैठकों में व्हिस्की पीना पसंद करते हैं. लेकिन एक बात जो बहुत से लोगों को नहीं पता होती. वह यह है कि व्हिस्की का सही पैग कैसे बनाएं?
पैग बनाने में सबसे ज्यादा गलती होती है पानी की मात्रा को लेकर
व्हिस्की के एक अच्छे पैग का स्वाद इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें पानी कितना मिलाया गया है. बहुत से लोग इसको लेकर भ्रम में रहते हैं. कई बार देखा गया है कि कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा पानी मिला देता है. जिससे व्हिस्की का स्वाद खराब हो जाता है. वहीं कुछ लोग कम पानी डालते हैं और फिर व्हिस्की का असर ज्यादा हो जाता है.
क्यों जरूरी है सही अनुपात में पानी मिलाना?
जब आप व्हिस्की को सही मात्रा में पानी के साथ मिलाते हैं, तो उसका स्वाद और अनुभव दोनों बेहतरीन हो जाते हैं. अगर पानी ज्यादा हो गया तो स्वाद फीका हो जाएगा, वहीं अगर पानी बहुत कम हुआ तो ड्रिंक तेज लग सकती है. जिससे आपका अनुभव खराब हो सकता है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि एक पैग में कितना पानी मिलाना सही रहेगा.
परफेक्ट पैग की रेसिपी
शराब विशेषज्ञों के अनुसार एक परफेक्ट व्हिस्की पैग में 80% व्हिस्की और 20% पानी मिलाना सबसे उपयुक्त माना जाता है. उदाहरण के तौर पर अगर आप 60ml व्हिस्की लेते हैं, तो उसमें लगभग 15ml पानी मिलाना चाहिए. यह अनुपात न केवल स्वाद को संतुलित करता है बल्कि पीने वाले के लिए अनुभव को भी सुखद बनाता है.
गलत अनुपात का असर पीने के अनुभव पर
जब आप पानी और व्हिस्की के अनुपात को सही नहीं रखते, तो उसका असर सीधे आपके पीने के अनुभव पर पड़ता है. ज्यादा पानी से व्हिस्की हल्की लगती है और उसका असली स्वाद खो जाता है. वहीं कम पानी से वो बहुत तेज और तीखी महसूस होती है. जिससे अगली बार फिर से व्हिस्की पीने का मन नहीं करता. इसलिए यह एक छोटी लेकिन बेहद जरूरी जानकारी है.
पैग बनाने के दौरान ये बातें जरूर ध्यान रखें
- बर्फ डालने से पहले पानी डालें – ताकि मिश्रण सही से मिल सके
- बहुत ज्यादा बर्फ ना डालें – इससे ड्रिंक बहुत जल्दी पतली हो जाती है
- ग्लास का आकार मायने रखता है – टंबलर या ओल्ड फैशन ग्लास सबसे अच्छा रहता है
- शांत और धीरे-धीरे पिएं – व्हिस्की का मजा धीरे-धीरे sipping में ही है
घर पर पैग बनाते समय सावधानी बरतें
कई लोग घर पर अकेले या दोस्तों के साथ बैठकर व्हिस्की पीना पसंद करते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि मात्रा और मिक्सिंग का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. अगर आप यह नहीं जानते कि कितना मिलाना है, तो किसी जानकार से पूछें या ऊपर दिए गए अनुपात का पालन करें. इससे आप ना सिर्फ अच्छा पैग बना पाएंगे, बल्कि सेहत के लिए भी संतुलन बना रहेगा.
पीने की आदत हो तो संयम ज़रूरी
अगर आप शराब पीते हैं, तो संयम सबसे जरूरी है. चाहे व्हिस्की हो या कोई और शराब, उसका ज्यादा सेवन आपके शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. नशा करने की बजाय स्वाद और माहौल का आनंद लेना ज्यादा बेहतर होता है. साथ ही, शराब पीकर गाड़ी चलाना, घर में झगड़ा करना या किसी और को नुकसान पहुंचाना बिल्कुल भी सही नहीं है.