Air Conditioner Tips: गर्मी का मौसम जैसे-जैसे तेज़ होता जा रहा है, वैसे-वैसे लोगों की ज़रूरतों में एयर कंडीशनर (AC) एक अहम हिस्सा बन गया है। हर घर, ऑफिस, दुकान या शोरूम में AC का उपयोग अब आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC को 16 डिग्री सेल्सियस पर चलाना आपकी सेहत और बिजली बिल दोनों पर भारी पड़ सकता है ? अक्सर लोग ज्यादा ठंडक पाने के लिए तापमान को सबसे नीचे सेट कर देते हैं, लेकिन यह आदत कई तरह के नुकसान लेकर आती है।
16 डिग्री पर AC चलाना क्यों है खतरनाक ?
AC को बहुत कम तापमान पर चलाने से शरीर को ठंडक तो मिलती है, लेकिन यह ठंडक कई बार नुकसानदेह भी हो सकती है। खासकर जब आप बार-बार गर्म वातावरण से सीधे AC के ठंडे माहौल में जाते हैं या घंटों तक 16 डिग्री तापमान में बैठे रहते हैं।
- नाक, गले और फेफड़ों में जलन
- सिरदर्द और थकान की शिकायत
- शरीर का तापमान नियंत्रित करने की क्षमता कमजोर
- त्वचा पर ड्राइनेस और एलर्जी की संभावना
विशेषज्ञों का कहना है कि 16 डिग्री पर लंबे समय तक रहने से आपकी इम्युनिटी भी प्रभावित हो सकती है, और खासकर बच्चों व बुजुर्गों के लिए यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है।
बिजली के बिल पर पड़ता है सीधा असर
AC को 16 डिग्री पर चलाने से सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं, बिजली का बिल भी दो से तीन गुना तक बढ़ सकता है। अधिक कूलिंग के लिए मशीन ज्यादा मेहनत करती है, जिससे बिजली की खपत तेजी से बढ़ती है।
- एक रिपोर्ट के अनुसार, हर 1 डिग्री तापमान बढ़ाने पर बिजली की खपत में लगभग 6% की बचत होती है।
- यानी अगर आप AC को 16 की जगह 24 डिग्री पर चलाते हैं तो लगभग 48% तक बिजली की बचत हो सकती है।
इस तरह AC का सही उपयोग सिर्फ जेब पर असर नहीं डालता, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है।
AC का आदर्श तापमान क्या है ?
एयर कंडीशनर का सही और संतुलित उपयोग तभी संभव है जब आप उसे उचित तापमान पर चलाएं। भारत सरकार और बिजली मंत्रालय की सलाह के अनुसार, AC का डिफ़ॉल्ट तापमान 24 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
- यह तापमान न तो बहुत ज्यादा ठंडा होता है और न ही बहुत गर्म।
- यह शरीर के तापमान के अनुकूल होता है, जिससे स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता।
- साथ ही, यह सेटिंग मशीन पर अधिक लोड नहीं डालती, जिससे उसकी लाइफ भी लंबी होती है।
विशेषज्ञों की राय AC उपयोग में रखें संतुलन
स्वास्थ्य विशेषज्ञ और ऊर्जा सलाहकारों का मानना है कि AC को बिना सोचे-समझे इस्तेमाल करना स्वास्थ्य और बजट दोनों के लिए जोखिम है।
- रात में सोते समय तापमान 25 डिग्री या उससे ऊपर रखें
- टाइमर का उपयोग करें, जिससे AC पूरी रात नहीं चले
- AC चालू होने के दौरान कमरे की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें
- फिल्टर की नियमित सफाई कराएं, ताकि ठंडी हवा सही ढंग से फैले
ये छोटे-छोटे उपाय न केवल आपकी सेहत को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि बिजली की खपत भी कम करते हैं।
पर्यावरण पर असर भी जरूरी मुद्दा है
AC जितना ज्यादा काम करता है, उतनी ही ज्यादा बिजली की खपत होती है, और भारत में अधिकांश बिजली कोयले से उत्पन्न होती है, जो कार्बन उत्सर्जन बढ़ाता है।
- 16 डिग्री पर AC चलाना ऊर्जा की बर्बादी है
- यह ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को बढ़ावा देता है
- आने वाले वर्षों में यह स्थिति ग्लोबल वार्मिंग को और गंभीर बना सकती है
इसलिए यह जरूरी है कि एयर कंडीशनर का उपयोग समझदारी से करें और ऊर्जा की बचत करें।
समझदारी भरी ठंडक है असली ठंडक
AC अब लग्जरी नहीं, ज़रूरत बन चुका है। लेकिन ज़रूरत का मतलब यह नहीं कि हम इसे अंधाधुंध या बिना जानकारी के इस्तेमाल करें।“16 डिग्री की कूलिंग थोड़ी देर की राहत तो दे सकती है, लेकिन लंबे समय में यह आपकी सेहत और बजट दोनों पर असर डाल सकती है।”