Ayushman Card Exclusions: भारत सरकार द्वारा साल 2018 में शुरू की गई प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) का मकसद देश के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा देना है। इस योजना के तहत ‘आयुष्मान कार्ड’ जारी किया जाता है। जिसकी मदद से लाभार्थी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं। यह योजना गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले करोड़ों लोगों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की ढाल बन चुकी है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जरूरी शर्तें क्या हैं?
इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकार ने कुछ जरूरी पात्रता मानदंड तय किए हैं:
- लाभार्थी भारत का नागरिक होना चाहिए।
- उसकी सालाना आय ₹1.5 लाख या उससे कम होनी चाहिए।
- परिवार गरीबी रेखा के नीचे (BPL) श्रेणी में होना चाहिए या SECC 2011 डाटा में सूचीबद्ध होना चाहिए।
- कोई आयु सीमा नहीं है, यानी बच्चा हो या बुजुर्ग, सभी को कवर किया गया है।
किन्हें नहीं मिलेगा आयुष्मान कार्ड का लाभ?
हालांकि यह योजना गरीबों के लिए शुरू की गई है। लेकिन कुछ वर्ग के लोग इसके दायरे से बाहर हैं:
- सरकारी नौकरी करने वाले लोग
- जिनकी आयकर रिटर्न (ITR) फाइल होती है
- जिनका EPF (Employee Provident Fund) कटता है
- जो ESIC (Employees’ State Insurance Corporation) योजना के अंतर्गत आते हैं
- व्यवसायी वर्ग जिनकी स्थायी आय सीमा से ऊपर है
इसका मतलब यह है कि जो लोग पहले से संगठित क्षेत्र के तहत स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले रहे हैं। वे आयुष्मान योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
आयुष्मान कार्ड से क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
आयुष्मान भारत योजना के तहत केवल अस्पताल में भर्ती ही नहीं। बल्कि भर्ती से पहले और बाद की कई सुविधाएं बीमा कवर में शामिल होती हैं:
- 3 दिन का प्री-हॉस्पिटलाइजेशन और 15 दिन का पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन खर्च शामिल
- डॉक्टर की फीस, जांच रिपोर्ट्स (टेस्ट), ऑपरेशन, दवाइयों का खर्च
- भर्ती के दौरान खान-पान का खर्च
- योजना के अंतर्गत आने वाले सभी बीमारियों का कैशलेस इलाज
- इलाज के लिए कोई मनी लिमिट नहीं, बस कुल खर्च 5 लाख तक होना चाहिए
किन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना में नहीं होता?
यह जरूरी है कि मरीज यह समझे कि सभी इलाज इस योजना में शामिल नहीं हैं। कुछ इलाज ऐसे हैं, जिन्हें OPD (Outpatient Department) के तहत किया जाता है और इसके लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं होता, जैसे:
- सामान्य बुखार, सर्दी-खांसी, मामूली चोट
- दांत का इलाज (अगर भर्ती की जरूरत न हो)
- आंख की रूटीन चेकअप
- प्राइवेट ओपीडी विज़िट और टेस्ट
- सिर्फ जांच (टेस्ट) कराने के लिए अस्पताल जाना — ये कवर नहीं होगा
हालांकि यदि डॉक्टर आपको किसी जांच के लिए भर्ती करते हैं या उसमें गंभीरता पाई जाती है। तो वह कवर के अंतर्गत आ सकती है।
कैसे बनवाएं आयुष्मान कार्ड? जानें आवेदन की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट https://pmjay.gov.in पर जाएं
- ‘Am I Eligible’ विकल्प पर क्लिक करें और मोबाइल नंबर दर्ज करें
- OTP डालकर लॉगिन करें और अपनी परिवारिक जानकारी डालें
- अगर आप पात्र हैं, तो नजदीकी CSC सेंटर या जन सुविधा केंद्र से कार्ड बनवाएं
- कार्ड बनने के बाद आपको सूचीबद्ध अस्पताल में कैशलेस इलाज मिलेगा
रोगी को इलाज के लिए किन कागजों की जरूरत होगी?
जब आप आयुष्मान कार्ड के जरिए अस्पताल में इलाज के लिए जाते हैं, तो आपको ये दस्तावेज साथ लेकर जाने होंगे:
- आयुष्मान कार्ड की प्रति
- आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र
- परिवार पहचान पत्र (यदि मांगा जाए)
- मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन या रेफरल लेटर (यदि है)
देशभर में कौन-कौन से अस्पताल योजना में शामिल हैं?
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देशभर में 10,000 से ज्यादा सरकारी और निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं। आप वेबसाइट पर जाकर “Hospital Finder” के जरिए अपने नजदीकी अस्पताल की जानकारी ले सकते हैं।