Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राज्य में खेल सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्टेडियमों और खेल नर्सरियों में आने वाले खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं दी जानी चाहिए। इसके लिए संबंधित विभागों को विशेष योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, प्रदेश में कुछ विशेष खेलों को ध्यान में रखते हुए एक्सीलेंस सेंटर्स बनाने की भी योजना बनाई जा रही है।
हर खिलाड़ी को मिलेगा यूनिक आईडी कार्ड
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि अब हरियाणा के हर खिलाड़ी को यूनिक आईडी अलॉट की जाएगी। इससे खिलाड़ियों का डेटा सुरक्षित रहेगा और उनकी परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग आसान होगी। यूनिक आईडी से खिलाड़ियों को भविष्य में स्कॉलरशिप, कैश अवार्ड्स और अन्य योजनाओं का लाभ भी सीधे मिलेगा।
खेल विभाग की समीक्षा बैठक में कई बड़े फैसले
सोमवार देर शाम हरियाणा सचिवालय में खेल विभाग की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता मंत्री गौरव गौतम भी मौजूद रहे। इस बैठक में प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक नया पोर्टल लॉन्च किया गया, जिसके जरिए खिलाड़ी स्कॉलरशिप और कैश अवार्ड्स के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
महिला खिलाड़ियों के लिए भी होंगी विशेष सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि महिला खिलाड़ियों के लिए भी स्टेडियमों में विशेष सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने कहा कि महिला खिलाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए उनके लिए अलग से चेंजिंग रूम, सेफ्टी इंतजाम और अन्य जरूरी सुविधाओं का प्रावधान होना चाहिए। इससे महिलाओं की खेलों में भागीदारी को और बढ़ावा मिलेगा।
खेल नर्सरियों की संख्या बढ़ाकर 2000 करने का लक्ष्य
बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में हरियाणा में:
- 3 राज्य स्तरीय स्टेडियम
- 21 जिला स्तरीय स्टेडियम
- 25 उपमंडल स्तरीय स्टेडियम
- 163 राजीव गांधी खेल परिसर
- 245 मिनी ग्रामीण स्टेडियम
- और लगभग 1500 खेल नर्सरियां संचालित हो रही हैं।
सरकार ने अगले वित्त वर्ष 2025-2026 तक खेल नर्सरियों की संख्या बढ़ाकर 2000 करने का लक्ष्य तय किया है। इससे गांव-गांव में प्रतिभाओं को प्रशिक्षण और अवसर मिलेंगे।
फरीदाबाद और पंचकूला के स्टेडियम होंगे अपग्रेड
बैठक में मुख्यमंत्री ने पंचकूला के क्रिकेट स्टेडियम और फरीदाबाद के राजा नाहर सिंह स्टेडियम को बेहतर बनाने के निर्देश भी दिए। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित की जाएंगी ताकि भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन संभव हो सके।
साथ ही, पलवल जिले में 100 एकड़ भूमि पर एक इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाने को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। इससे दक्षिण हरियाणा के खिलाड़ियों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी।
जीओ बेस्ड हाजिरी से होगी खिलाड़ियों की निगरानी
बैठक में एक और बड़ा फैसला लिया गया कि अब खेल नर्सरियों में खिलाड़ियों की हाजिरी जीओ (जिओग्राफिकल लोकेशन बेस्ड) सिस्टम से लगेगी। इससे खिलाड़ियों की उपस्थिति और गतिविधियों पर सटीक निगरानी रखी जा सकेगी। इस योजना के लिए परियोजना तैयार कर ली गई है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
जिला राज्य स्तर पर खेल मुकाबले करवाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल नर्सरियों में प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों के बीच इंटर नर्सरी, जिला स्तर और राज्य स्तर पर नियमित तौर पर मुकाबले कराए जाएं। इससे खिलाड़ियों की प्रतिभा की पहचान होगी और उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। मुकाबलों में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले खिलाड़ियों के स्पेशल ग्रुप बनाए जाएंगे, जिन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
डाइट मनी और कोच की सैलरी बढ़ाने पर भी चर्चा
खिलाड़ियों को बेहतर आहार उपलब्ध कराने के लिए बैठक में डाइट मनी बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा, कोचों की सैलरी बढ़ाने और उनकी ट्रेनिंग सुविधाओं को बेहतर बनाने के मुद्दे पर भी गंभीरता से विचार किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोच खुश और प्रेरित नहीं होंगे, तब तक खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस में सुधार संभव नहीं है।
हरियाणा को खेलों का पावरहाउस बनाने की दिशा में मजबूत कदम
मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा लिए गए फैसलों से स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने और राज्य को खेलों का पावरहाउस बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। नई योजनाओं, यूनिक आईडी सिस्टम, खेल नर्सरी विस्तार और स्टेडियम अपग्रेडेशन जैसे कदमों से आने वाले वर्षों में हरियाणा के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी शानदार प्रदर्शन करेंगे।