New Bandikui Expressway: गुरुग्राम से जयपुर जाने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। अब यह सफर चार घंटे से घटकर महज दो से ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इसका कारण है बांदीकुई से जयपुर तक नया फोरलेन एक्सप्रेसवे, जिसका निर्माण लगभग अंतिम चरण में है। प्रशासन का लक्ष्य है कि जून 2025 के अंत तक इस एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोल दिया जाए।
बांदीकुई से जयपुर की दूरी अब सिर्फ 30 मिनट में
67 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर वाहन चालक 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चला सकेंगे। इससे बांदीकुई से जयपुर की दूरी, जो अभी एक घंटे से अधिक समय में तय होती है, अब सिर्फ 30 मिनट में पूरी हो सकेगी। यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह एक्सेस कंट्रोल्ड होगा, जिससे यात्रा के दौरान बिना किसी रुकावट के सीधा सफर मुमकिन हो पाएगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा जयपुर
अब तक जयपुर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मुख्य रूट से सीधे तौर पर नहीं जुड़ा हुआ था। इसलिए गुरुग्राम या दिल्ली से जयपुर जाने वालों को NH-48 (दिल्ली-जयपुर हाईवे) के माध्यम से ही जाना पड़ता था, जहां अक्सर ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है। लेकिन अब बांदीकुई के पास दौसा मोड़ से नया एक्सप्रेसवे जयपुर को सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ देगा। इससे दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन चालक बड़ी संख्या में इस रूट का इस्तेमाल करने लगेंगे।
सफर में होगी 2 घंटे तक की बचत
इस नए रूट के चालू होने से दिल्ली-एनसीआर से जयपुर पहुंचने वालों को करीब 2 घंटे तक की समय की बचत होगी। वाहन चालक अब ट्रैफिक से जूझने की बजाय एक्सप्रेसवे की मदद से तेज, आरामदायक और सरल यात्रा का अनुभव ले सकेंगे। इससे न केवल यात्रियों का समय बचेगा, बल्कि पेट्रोल-डीजल की भी खपत घटेगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को और मिलेगा बल
भारत सरकार देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बीच ट्रैफिक कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए 1380 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बना रही है। इसका बड़ा हिस्सा गुरुग्राम से लेकर रणथंभौर तक चालू हो चुका है। अब बांदीकुई-जयपुर लिंक एक्सप्रेसवे के चालू होने से जयपुर भी इस नेटवर्क का हिस्सा बन जाएगा।
पर्यटकों और व्यापारियों को होगा बड़ा फायदा
जयपुर राजस्थान का प्रमुख पर्यटन केंद्र है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक देशभर से आते हैं, खासकर दिल्ली-एनसीआर से। नए एक्सप्रेसवे से इन पर्यटकों को सीधा और जल्दी पहुंचने का विकल्प मिलेगा। साथ ही, यह रूट व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि जयपुर और गुरुग्राम दोनों बड़े बिजनेस हब हैं।
ट्रैफिक दबाव भी होगा कम
दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर हमेशा भारी ट्रैफिक देखा जाता है। यह नया एक्सप्रेसवे NH-48 का विकल्प बनकर उभरेगा और ट्रैफिक के बोझ को कम करने में मदद करेगा। इससे न केवल सफर आसान होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी घटेंगी।
ग्रामीण इलाकों को भी मिलेगी नई कनेक्टिविटी
इस एक्सप्रेसवे के बनने से बांदीकुई और आसपास के कई ग्रामीण क्षेत्रों को भी बेहतर सड़क संपर्क मिलेगा। स्थानीय किसान, व्यापारी और ग्रामीण लोग अब तेजी से जयपुर तक आ-जा सकेंगे। इससे इन इलाकों का विकास भी तेज होगा।
सरकार की गति शक्ति योजना का हिस्सा
बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत तैयार किया जा रहा है, जिसका मकसद है तेजी से कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स सुधार। इस योजना के अंतर्गत देशभर में दर्जनों नए हाईवे, एक्सप्रेसवे और औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। जयपुर एक्सप्रेसवे भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निर्माण कार्य अंतिम चरण में जून से शुरू होगी यात्रा
NHAI के अधिकारियों के अनुसार, इस फोरलेन एक्सप्रेसवे का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। सड़क पर डामरीकरण, साइनेज, सर्विस रोड और सुरक्षा बैरियर लगाए जा रहे हैं। यदि मौसम ने साथ दिया तो जून के अंत तक इसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
स्मार्ट सफर का नया विकल्प
बांदीकुई से जयपुर तक का नया एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि गुरुग्राम से जयपुर के बीच की दूरी को घटाने वाला क्रांतिकारी बदलाव है। यह आम यात्रियों, पर्यटकों, व्यापारियों और परिवहन कंपनियों के लिए एक वरदान साबित होगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद जयपुर की कनेक्टिविटी और विकास की रफ्तार और तेज हो जाएगी।